भारत में आर्थिक मंदी का दौर

By Shailesh Kanth | Category: Accounts | Published on September 10, 2025

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आज हमारा भारत आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। यह आर्थिक मंदी हमारे व्यवसाय यानि के Accounts & Finance की वजह से आयी है और इसके जिम्मेदार हमारे व्यवसाय के लोग है। हमारी अर्थ व्यवस्था एक अधजल गगरी की तरह जो दिन प्रतिदिन छलकती  जाती  है। आर्थिक मंदी का दौर काले धन की वजह से आये है और हमारे व्यवसाय के लोगो ने ही व्यापारी को बताया की काला धन कैसे बनाया जाता है।

किसीभी अर्थ शास्त्री या  चार्टर्ड एकाउंटेंट्स से ये पूछे की आर्थिक मंदी बढ़ने का कारण क्या है तो आप को यही जवाब मिलेगा की बढ़ती हुई आबादी और Demand & Supply के नियम है। लेकिन हम इस बात से सहमत नहीं है, यदि जनसँख्या बढ़ी है तो आज भारत 3 Largest Economic देश बन गया है और Demand & Supply केवल किसी भी वस्तु का दाम तय करता है आर्थिक मंदी नहीं।

काले धन की वजह से Books of Accounts में Working Capital Loan का जन्म  होता है। आइये हम आप को एक उदहारण के जरिये बताये की Working Capital Loan का जन्म  कैसे हुआ ।

Particulars

Amount

Tax Saving

GST @ 18%

IT @ 30%

Total

Cash Sale

11,80,000

1,80,000

3,00,000

4,80,000

Duplicate Exp

10,00,000

 

3,00,000

3,00,000

Total :-

21,80,000

1,80,000

6,00,000

7,80,000

 

 

Books of Accounts में  Rs. 21,80,000 का  Cash & Bank Balance कम हो जाती है जिसे  हम काला धन कहते है। मान लीजिए  इसी Cash & Bank Balance को पूरा करने के लए Rs. 7,00,000 Unsecured Loan (Entry) और बाजार से Rs, 15,00,0000 का Secured Loan लेना पड़े तो क्या  होगा।

 

Loan Amount

Rate of Interest

Tenure

EMI

Total Interest

15,00,000

12.5%

120 Months

21,956

11,34,771

 

ऊपर के उदाहण से पता चलता है की  Rs. 21,80,000 काला धन पैदा करते है तो हमें  Rs. 7,80,000 का फायदा होता है लेकिन  इसी कमी को पूरा करने के लिए बाजार से Rs. 15,00,000 लोन लेना पड़ता है तो Rs. 11,34,771 का Interest Pay करना पड़ता है यानि के Rs. 3,54,771 का नुकसान होता है और लोन का पैसा भी हमें लौटना पड़ता है, ऊपर से Rs. 21,956 का हर महीने  EMI की  चिंता 10 साल तक करना पड़ेगा । हमारी राय में  Rs. 21,80,0000 का काला धन पैदा करने की  वजय Rs. 7,80,000 का टैक्स Pay करके Rs. 14,00,000 White Money बना लेना ज्यादा फायदे मंद है।

 

हम लोग 30 रूपया  बचाने के लिए  Books of Acccount में  100 रूपये  की Leiqued Assets यानि के Cash & Bank Balance घटाते जाते है जिसकी  वजह से Working Capital Loan का जन्म  होता है। आज सायद ही कोई ऐसी Balance Sheet होगी जिसमे Working Capital Loan न हो। आज 90% व्यवसाय  Working Capital Loan के चक्रव्यू  में  फस चुके है।

 

हमारे हिसाबसे  जो लोग 30 रूपये  बचाने के लिए  100 रूपये  Books of Accounts में से Cash & Bank कम करते है और उसी Cash & Bank Balance की कमी को पूरा करने के लिए  बाजार से Loan लेना और उस पर लगभग 10 साल तक 12.5% Interest देना कोई बुद्धिमानी  नही है।

 

आज 90% व्यवसाय  Working Capital Loan के चक्रव्यू  में  फस होने की वजह से व्यापारी खर्च कम करता है जिसकी वजह से आर्थिक मंदी का दौर आ गया है।

 

पिछले 75 सालो से कोई ऐसी सरकार नहीं आयी की जो महंगाई और बेरोजगारी पर नियंत्रण कर सकी हो। हम ये जानते है की आज महंगाई और बेरोजगारी का दौर कूयु आया है और इस को दूर करने का क्या उपाय है। हम Accounts और  Finance में एक बहोत बड़े बदलाव देख रहे है। आप हमारी विवस्था देखिये की हम सब कुछ जानते हुए भी हम विवस है। यदि आप लोगोने हमारा साथ दिया तो हम बहोत जल्द भारत में से महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मंदी को दूर कर सकेंगे।

 

धन्यवाद,

शैलेष कंठ

मो 8511105619

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Source: Taxopedia – reproduced intact for educational reference.

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